पुढे प्रत्येक वारी राहूचा अशुभ काळ कोणत्या वेळी आहे त्याचा कालावधी दिलेला आहे.हा कालावधी प्रवास,प्रयाण,नवीन व्यवहार,सरकारी कामे,महत्वाच्या गाठीभेटी इ. कामांसाठी वर्ज्य करावा.
रविवार – सायं. ४ ll ते ६
सोमवार- सकाळी ७ ll ते ९
मंगळवार – दुपारी ३ ll ते ४
बुधवार – दुपारी १२ ll ते १
गुरुवार – दुपारी १ ll ते ३
शुक्रवार – सकाळी १० ll ते १२
शनिवार – सकाळी ९ llते १०
....... श्री गुरुवर्य सत्पुरुष मिलिंदमहाराज
तास | रवि | चंद्र | मंगळ | बुध | गुरु | शुक्र | शनि |
१ ll | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चंचल | काल |
१ ll | चंचल | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ |
१ ll | लाभ | शुभ | चंचल | काल | उद्वेग | अमृत | रोग |
१ ll | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चंचल | काल | उद्वेग |
१ ll | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चंचल |
१ ll | शुभ | चंचल | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ |
१ ll | रोग | लाभ | शुभ | चंचल | काल | उद्वेग | अमृत |
१ ll | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चंचल | काल |
तास | रवि | चंद्र | मंगळ | बुध | गुरु | शुक्र | शनि |
१ ll | शुभ | चंचल | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ |
१ ll | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चंचल | काल | उद्वेग |
१ ll | चंचल | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ |
१ ll | रोग | लाभ | शुभ | चंचल | काल | उद्वेग | अमृत |
१ ll | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चंचल |
१ ll | लाभ | शुभ | चंचल | काल | उद्वेग | अमृत | रोग |
१ ll | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चंचल | काल |
१ ll | शुभ | चंचल | काल | उद्वेग | अमृत | रोग | लाभ |
....... श्री गुरुवर्य सत्पुरुष मिलिंदमहाराज